भारत की पहली आध्यात्मिक वेब सीरीज टू ग्रेट मास्टर्स शूटिंग के साथ ही चर्चाओं में आ चुकी है। निर्माता निर्देशक अनुराग शर्मा के निर्देशन में टू ग्रेट मास्टर्स की शूटिंग हिमाचल प्रदेश के सोलन, शिमला और चंडीगढ़ आदि में जारी है। सीरीज का निर्माण जूनी फिल्म्स और एप्रोच एंटरटेनमेंट कर रहे हैं वहीँ प्रमुख आध्यात्मिक संस्था गो स्पिरिचुअल इंडिया इसमें सहयोग कर रही है। हाल ही में भारतीय टेलीविजन और सिनेमा के बेहद मंझे हुए कलाकार राकेश बेदी भी इस सीरीज में सूत्रधार के तौर पर जुड़ चुके हैं। टू ग्रेट मास्टर्स में मुख्य किरदार ऐना को कैमरे के सामने साकार करने वाली पावली कश्यप से विस्तार से बात करने का मौका एप्रोच बॉलीवुड को मिला।
‘ टू ग्रेट मास्टर्स जियें तो जिएं कैसे’ सीरीज की शूटिंग का अनुभव कैसा जा रहा है
निर्देशक अनुराग शर्मा और मेंटर सोनू त्यागी दोनों से काफी कुछ सीखने को मिल रहा है। हमारी पूरी टीम टू ग्रेट मास्टर्स को लेकर बहुत एक्साइटेड है। टीम में जोश है मगर अनुभवी लोग भी टीम में हैं और काम करने में बहुत मजा आ रहा है।
एक्टिंग की ओर रुझान कैसे हुआ, अपने बारे में कुछ बताइए।
मै पंजाब के गुरदास पुर से हूं मगर ग्रेजुएशन के लिए चंडीगढ़ आ गई थी। यहीं से अभिनय का शौक जाग गया और टैगोर थिएटर से जुड़कर दो सालों से अभिनय कर रही हूं। इसके बाद पंजाबी वेब सीरीज में एंट्री हुई और एक्टिंग का कैरियर चल निकला। बीते दिनों कलर्स के एक धारावाहिक उडारिया में भी काम करने का मौका मिला।
आप भारत की पहली आध्यात्मिक वेब सीरीज से जुड़ी हैं। इस प्रोजेक्ट से जुड़ना कैसा लग रहा है।
ये एक आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत करने जैसा है। अभी तक मै धर्म को सही से जानती ही नहीं थी। मगर अब आध्यात्म, योग, ध्यान को जीवन में उतार रही हूं। बहुत अच्छा अनुभव है। जिस दिन पहली बार मै अनुराग शर्मा सर से मिलने आई थी मैने उसी दिन सारी स्क्रिप्ट को समझना शुरु कर दिया था। उसी दिन ऐना का किरदार मेरे दिल को भा गया। अनुराग शर्मा और सोनू त्यागी सर से बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। अनुराग सर बेहद प्यार से समझाते हैं। वो कलाकार को अपने किरदार को आत्मसात करने का पूरा मौका देते हैं।
सीरीज में ऐना का किरदार क्या है। उसके बारे में कुछ बताइए।
ऐना बहुत ही दिलचस्प लड़की है। ऐना मॉर्डन है मगर बहुत आध्यात्मिक भी है। ऐना आज की लड़कियों से बिलकुल अलग है। वो हाइली एजुकेटेड हेन के बाद भी किसी को नीचा नहीं दिखाती। ऐना किसी से द्वेश नहीं करती, किसी को नापसंद नहीं करती। बहुत ही जुनूनी और प्रभावी किरदार लिखा है अमृत गुप्ता जी ने। ऐना किरदार पहली ही नजर में मुझे बहुत पसंद आ गया था।
क्या आप अमृत गुप्ता से मिली हैं?
जी हां। इस किरदार को और नजदीक से जानने और स्क्रिप्ट को समझने की वर्कशॉप में अमृत सर से भी मिलने का मौका मिला। बेहद ही शानदार व्यक्तित्व मगर सुलझे हुए इंसान हैं। उन्होंने ही मुझे ये किताब टू ग्रेट मास्टर्स भी पढ़ने के लिए दी है। इस किताब ने मुझे ऐना का किरदार तय करने में बहुद मदद की।
योगदा सत्संग सोसायटी ऑफ इंडिया और शूलिनी विश्वविद्यालय से शूटिंग में कितनी मदद मिली?
शूलिनी युनिवर्सिटी के सभी छात्र-छात्राओं से लेकर शिक्षकों तक ने बहुत अच्छे से हमारा स्वागत किया। युनिवर्सिटी के चांसलर प्रेम कुमार खोसला ने हमारी टीम की विशेष मदद की। उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी हमसे साझा की और हमें खुले दिल से योगदा सत्संग सोसायटी को समझने का मौका दिया। इस विश्वविद्यालय की सीख यहां के छात्रों के चरित्र में झलकती थी। इस विश्वविद्यालय के सभी छात्रों ने हमारे क्रू की हर मुमकिन मदद की। वो हर वक्त हमारी सहायता करने के लिए तत्पर रहते थे। मगर किसी भी छात्र में एटीट्यूड या घमंड बिलकुल नहीं दिखा। इस बात ने मुझे बेहद इंप्रैस किया।
इस सीरीज की शूटिंग के लिए योगदा सोसायटी को करीब से जानने का मौका मिला। शूलिनी युनिवर्सिटी में जाकर शूटिंग करने का मौका मिला। अब उन्होंने मुझे वादा किया है कि जब भी उनके अगले एनुअल फंक्शन होंगे मुझे भी आने का न्यौता देंगे। इस सोसायटी को करीब से जानने का मौका एक बेहद अच्छा अनुभव साबित हो रहा है।