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सोलन की शूलिन युनिवर्सिटी में शूट होगी भारत की पहली आध्यात्मिक वेब सीरीज ‘ टू ग्रेट मास्टर्स’

अमृत गुप्ता की बेहद सफल किताब टू ग्रेट मास्टर्स पर बनने वाली आध्यात्मिक वेब सिरीज टू ग्रेट
मास्टर्स की शूटींग सोलन की शूलिन युनिवर्सिटी में आरम्भ हो गयी हैं. टू ग्रेट मास्टर्स स्वामी विवेकानंद और महर्षि परमहंस योगानंद के जीवन दर्शन को आज के आधुनिक किर्दारो के माध्यम से दिखाने का प्रयास हैं. टू ग्रेट मास्टर्स का निर्माण जूनी फिल्मस और एप्रोच एंटरटेनमेंट कर रहे हैं और वही भारत की प्रमुख आध्यात्मिक संस्था गो स्पिरिचूएल इन्डिया सहयोग कर रही हैं . इस के निर्देशक अनुराग शर्मा हैं.
शूटिंग के लिए सोलन ही क्यों, इस सवाल के जवाब में अनुराग शर्मा बताते हैं कि सोलन का हर इलाका, सड़क बाजार सभी कुछ बेहद खूबसूरत है। यहां चप्पे-चप्पे पर खूबसूरती है। उनका अपने प्रोजेक्ट के बारे में अनुराग बताते हैं कि जूनी फिल्म्स और एप्रोच एंटरटेनमेंट साथ मिलकर आध्यात्मिक वेब सीरीज ‘ . टू ग्रेट मास्टर्स का निर्माण कर रहे हैं। ये वेब सीरीज अमृत गुप्ता की प्रसिद्ध किताब ‘ . टू ग्रेट मास्टर्स जिएं तो जिएं कैसे’ के कथानक पर आधारित होगी।
शूलिन युनिवर्सिटी में शूटिंग के अपने अनुभव को शानदार बताते हुए सोनू त्यागी कहते हैं कि सोलन की खूबसूरती पहली नजर में ही आपको खींचने लगती है। यहां की वादियों, सड़कों और बाजारों तक की खूबसूरती में कुदरत की मेहरबानी दिखती है। खासकर शूलिन युनिवर्सिटी के अंदर तो आपको कुछ खास ही अनुभव होने लगते हैं।
अनुराग बताते हैं कि टू ग्रेट मास्टर्स में आपको सोलन और शूलिन युनिवर्सिटी के कई चेहरे दिखाई देंगे। यहां की शूटिंग में ऑन कैमरा और ऑफ कैमरा टीम में सोलन के कई किरदारों ने बेहद अच्छा काम किया है।
‘टू ग्रेट मास्टर्स’ के बारे में निर्माता और गो स्पिरिचूएल इन्डिया के निदेशक सोनू त्यागी बताते हैं कि स्वामी विवेकानंद और महाशय परमहंस योगानंद दोनों ही भारत के महान गुरु हुए हैं। उनकी लिखी हुई किताबें और संस्थाएं आज भी युवाओं को प्रेरणा दे रही हैं, जीवन जीने का सही रास्ता दिखा रही हैं। इसीलिए उनकी वेब सीरीज का नाम भी ‘ ‘टू ग्रेट मास्टर्स जिएं तो जिएं कैसे’ किताब के ऊपर ‘द टू ग्रेट मास्टर्स’ रखा है। स्वामी विवेकानंद ने 1863 से 1902 तक भारत को आध्यात्म का रास्ता दिखाया और पूरी दुनिया में भारतीय संस्कृति और हिंदुत्व से परिचित करवाया। परमहंस योगानंद ने 1893 से 1952 तक भारतीय युवाओं को आध्यात्म दर्शन से परिचित करवाया। ये दोनों आध्यात्मिक शख्सियतें आज भी युवाओं को आध्यात्मिक प्रेरणा दे रही हैं।
‘टू ग्रेट मास्टर्स के बारे में अनुराग शर्मा बताते हैं कि मुख्य किरदार भुवन को आध्यात्मिक गुरु की आवश्यकता महसूस होती है। फिर भुवन की इसी तलाश की यात्रा पर सीरीज आधारित है। ये तलाश भारत के इन दो महान गुरुओं पर जाकर पूरी हो जाती है। इससे पहले जूनी द लास्ट प्रेयर में अनुराग ने मुख्य किरदार भी निभाया था।‘टू ग्रेट मास्टर्स ‘जिएं तो जिएं कैसे’ में वो कोई किरदार नहीं बल्कि कहानी के सूत्रधार की भूमिका में सीरीज में नजर आएंगे।
‘ टू ग्रेट मास्टर्स’ के को प्रोड्यूसर और एप्रोच एंटरटेनमेंट के डायरेक्टर सोनू त्यागी बताते हैं कि ‘जिएं तो जिएं कैसे’ हिंदुस्तान की पहली आध्यात्मिक सीरीज बनने जा रही है। आज की पीढ़ी धर्म के नाम पर कई बार भटक जाती है। मगर ये वेब सीरीज उनके ज्यादातर भ्रम को दूर कर सकेगी। इस वेब सीरीज को आप पूरे परिवार के साथ बैठकर देख सकते हैं। इस सीरीज में युवाओं के संदेह को दूर करने की कोशिश की गई है। मगर ये सीरीज सिर्फ एक खासी एंटरटेनिंग वेब सीरीज बनने जा रही है।

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